100 साल बाद फिर से जी उठी पेरिस की यह ‘डेड’ नदी, जानिए कैसे?

यूरोप में हीट वेव के कहर के चलते पेरिस के विश्‍व प्रसिद्ध एफल टावर को बीते माह पर्यटकों के लिए अस्‍थायी रूप से बंद किया जाना सैलानियों के लिए एक निराशाजनक खबर रही। पर, जिस तरह हर दुख के बाद सुख आता है, वैसे ही पर्यटकों के लिए पेरिस से एक सुखद खबर भी बीते हफ्ते आई है। यह खुशनुमा खबर एफल टावर की अस्‍थायी बंदी से कहीं बड़ी है। यह खबर है सीन नदी को सौ साल से भी ज्‍यादा के अर्से के बाद लोगों के नहाने व तैराकी के लिए खोले जाने की। फ्रांस की राजधानी पेरिस इसी सीन नदी के किनारे स्थित है, जैसे यमुना किनारे हमारी दिल्‍ली है। इस तरह सीन नदी को नई जिंदगी मिलने की खबर हमारे लिए भी एक उम्‍मीद जगाती है कि एक दिन हमारी यमुना भी इसी तरह पुनर्जीवित हो सकती है। 

 5 जुलाई 2025 को सीन नदी को सार्वजनिक रूप से तैराकी व नहाने के लिए खोल दिया गया। सौ साल से भी ज़्यादा के अंतराल के बाद जनता के लिए खोली गई सीन नदी का आखिरी बार सार्वजनिक इस्‍तेमाल 1924 के ओलंपिक खेलों में हुआ था, जब इस नदी में तैराकी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था। सौ साल बाद जब पुन: फ्रांस में 2024 में पेरिस ओलंपिक का आयोजन की घोषणा हुई, तभी से फ्रांस की सरकार ने इसे साफ करने के लिए कमर कस ली थी। आखिरकार बीते हफ्ते सीन नदी को तीन ज़ोन ब्रास मारी, आइफ़ल टावर के पास और पूर्वी पेरिस ज़ोन में बांट कर प्रत्‍येक ज़ोन में प्रतिदिन 1,000 से अधिक लोगों को नदी में तैरने की अनुमति दी गई है। यह व्यवस्था 31 अगस्त तक चलेगी, जिसके बाद इसकी समीक्षा कर इस छूट को आगे बढ़ाया जा सकता है ।

इन 10 विश्‍व प्रसिद्ध नदियों को मिल चुकी है नई जिंदगी

करीब 500 मील लंबी सीन नदी को पुनर्जीवित किए जाने से पहले भी कई विश्‍व प्रसिद्ध नदियों को पुनर्जीवित किया जा चुका है। इन कवायदों ने दिखा दिया है कि पूरी तरह प्रदूषित हो चुकी बड़ी नदियों में भी जीवन लौटाया जा सकता है, बशर्ते योजनाबद्ध तरीके से और दृढ़ संकल्‍प के साथ काम किया जाए। फ्रांस की सीन नदी की तरह ही दुनिया के विभिन्न देशों में कई नदियों को पुनर्जीवित किया जा चुका है:

  1. थीम्स नदी (लंदन)
    1957 में थीम्स बायोलॉजिकली डेड घोषित हुई, लेकिन 1960 के बाद सीवेज ट्रीटमेंट और ऑक्सीनेटर तकनीकों से पुनर्जीवित हुई। आज इसमें मछलियों की लगभग 125 प्रजातियां और साफ पानी मौजूद है।

  2. स्प्री नदी (बर्लिन)
    जर्मनी की इस नदी में प्रदूषण के चलते 1925 के बाद से तैराकी पर प्रतिबंध लगा था। लेकिन, कई वर्षों तक चलाए गए गहन सफाई अभियान और मॉनिटरिंग के कारण इसे प्रदूषण मुक्त कर लिया गया है। अब इसमें स्विमिंग शुरू करने की योजना है।

  3. डेन्यूब कैनाल (वियना)
    1980 के दशक में डेन्यूब नदी के कुछ हिस्सों में अत्यधिक प्रदूषण के कारण "डेड ज़ोन" घोषित किया गया था, खासकर पूर्वी यूरोप के औद्योगिक क्षेत्रों में। सफाई के बाद अब इसमें स्विमिंग ज़ोन और तट सुधार के साथ नदी बहाल की गई है और नियमित स्विमिंग की सुविधा उपलब्ध है।

  4. रुहर नदी (जर्मनी)
    भारी प्रदूषण के कारण 1973 बाद से ही इसमें स्विमिंग प्रतिबंधित थी। लगभग एक दशक तक चली बेहतर सफाई के बाद 2017 में Man-made beach और लाइफगार्डिंग के साथ फिर से स्विमिंग शुरू की गई।

  5. नेकर नदी (हैडलबर्ग, जर्मनी)
    नेकर नदी को 1970 के दशक में जर्मनी में स्थानीय स्तर पर "बायोलॉजिकल डेड" माना गया, जब उसमें ऑक्सीजन स्तर खतरनाक रूप से गिर गया था। बाद में नदी की सफाई करके इसमें स्विमिंग ज़ोन विकसित किए गए और नदी के किनारे पारिस्थितिक तंत्र को बहाल कर जलीय जीवन वापस आया।

  6. राइन नदी (पश्चिमी यूरोप)
    1986 में Sandoz रासायनिक कांड के बाद राइन नदी में भारी विषाक्तता फैली और यह एक “मृत नदी” में बदल गई थी। 1987 में Rhine Action Programme और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के चलते इसे पुनर्जीवित किया गया। अब नदी में सैल्मन जैसी मछलियाँ लौट आई हैं और इसके किनारे कई जगहों पर सुरक्षित तैराकी संभव है।

  7. शिकागो नदी (अमेरिका)
    19वीं सदी के अंत में अत्यधिक औद्योगीकरण और सीवेज प्रवाह के कारण यह नदी बुरी तरह प्रदूषित हो गई थी। बाद में इसकी दिशा मोड़ी गई, ट्रीटमेंट प्लांट्स बनाए गए और अब इसे नेविगेशन, पर्यटन और सार्वजनिक आयोजनों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

  8. मोलोंग्लो नदी (कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया)
    1930 के दशक में खनन और औद्योगिक कचरे से प्रदूषित यह नदी लगभग मृत हो चुकी थी। 2000 के दशक में सरकारी योजना के तहत नदी के तल को साफ किया गया, वनस्पतियों का पुनर्स्थापन हुआ और आज यह फिर से जलीय जीवन से भर चुकी है।

  9. ओडर नदी (पोलैंड-जर्मनी सीमा)
    1990 के दशक में अत्यधिक औद्योगिक कचरे और कृषि रसायनों से यह नदी मृतप्राय हो गई थी। EU सहयोग से कड़े जल-गुणवत्ता मानक लागू किए गए, जिससे इसमें फिर से मछलियों और प्रवासी पक्षियों की वापसी हुई।

  10. तेचे नदी (लुइसियाना, अमेरिका)
    यह नदी दशकों तक प्लास्टिक, कृषि रसायनों और घरेलू कचरे से प्रदूषित रही। स्थानीय समुदायों के नेतृत्व में ‘Bayou Teche Cleanup’ अभियान चलाया गया और अब यह कायकिंग, तैराकी और मछली पकड़ने के लिए सुरक्षित मानी जाती है।



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