खरीदनी है कार, तो हो जाइये तैयार : RBI के इस कदम से सस्‍ती होगी आपके लोन की EMI


घर या कार खरीदने की तैयारी में हैं, तो आपके लिए अच्‍छी खबर है। इसके लिए अब आपको होम लोन और ऑटो लोन सस्‍ते में मिल सकता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ब्‍याज दर में काटौती करके बैंकों के लिए लोन की ब्‍याज दरें घटाने का रास्‍ता खोल दिया है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने 9 अप्रैल को रेपो रेट में कमी का एलान किया।

रिजर्व बैंक ने आज अपनी मौद्रिक समीक्षा के तहत मूल ब्‍याज दर यानी रेपो रेट में चौथाई फीसदी (25 बेसिस प्वाइंट्स) की कटौती का ऐलान किया है, जिसके बाद रेपो रेट 6.2 % से घटकर 6% पर आ गई है। रेपो रेट में यह इस साल RBI की ओर से की गई दूसरी कटौती है। इससे पहले फरवरी में RBI ने रेपो रेट में 0.25% की कमी की थी। इससे रेपो रेट 6.50% से घटकर 6.25% पर आ गई थी। 


बैंक जल्द घटाएंगे होम लोन की दरें

एक्सपर्ट्स का कहना है कि RBI के रेपो रेट में कमी करने के बाद बैंक लोन के इंटरेस्ट रेट में कमी करेंगे। इससे नया लोन लेने वालों के साथ ही फ्लोटिंग रेट पर लोन ले चुके ग्राहकों की भी EMI घटेगी। इस तरह RBI के रेपो रेट में कमी से अब घर खरीदने के लिए होम लोन लेने का प्लान बना रहे लोगों को भी अब कम इंटरेस्ट रेट पर होम लोन मिल सकेगा।  फिलहाल प्रमुख बैंकों के होम लोन की ब्‍याज दरें 8.10% से लेकर 9.5% के बीच हैं। कटौती के बाद इसके घटने की उम्मीद है। हालांकि बैंकों को लोन पर अपना इंटरेस्ट रेट घटाने में थोड़ा समय लग सकता है। इसलिए ग्राहकों के लिए अभी कुछ हफ्तों का इंतजार कर लेना ठीक रहेगा। 


कार खरीदना भी होगा आसान

कार खरीदने वाले लोगों को भी रेपो रेट घटने से फायदा होगा, क्‍योंकि इससे उन्हें कम रेट पर लोन मिल जाएगा। इससे उनकी EMI कम आएगी। जो लोग कम बजट के कारण छोटी कार खरीदने की सोच रहे थे, लोन सस्‍ता होने पर शायद वह अब थोड़ी बड़ी कार खरीद सकेंगे।


क्‍या कहा RBI गवर्नर ने 

RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने RBI की मॉनेटरी पॉलिसी पेश करते हुए कहा कि मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) ने तीन दिन चली बैठक के बाद रेपो रेट को 0.25 % घटाने का फैसला किया है। यह वित्त वर्ष 2025-26 की पहली मॉनेटरी पॉलिसी है। 2025 की यह दूसरी मॉनेटरी पॉलिसी है।



इस तरह घटेगी आपकी EMI

मान लीजिए कि आपने 50 लाख रुपये का होम लोन फ्लोटिंग रेट पर लिया है। 20 साल के इस लोन का इंटरेस्ट रेट 8.5 % था। इस तरह आपकी EMI 43,391 रुपये थी। इस तरह आप 20 साल में 54.14 लाख रुपये का ब्‍याज अपने लोन पर चुकाएंगे। लेकिन, रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कमी के बाद लोन की ब्‍याज दर घटने पर होने वाला आपका खर्च घटकर 48.9 लाख रुपये रह जाएगा। इस तरह रेपो रेट घटने से आपकी 5.24 लाख रुपये की बचत होगी। दूसरी ओर, अगर आप चाहते हैं कि आपकी EMI मौजूदा स्तर पर बनी रहे तो आपके लोन की अवधि 12 महीने यानी पूरे एक साल घट जाएगी। यानी आपका लोन घटकर 9 साल का रह जाएगा।


क्‍या कहते हैं बैंकिंग एक्‍सपर्ट

किशोर लोढ़ा

यूजीआरओ कैपिटल
मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) किशोर लोढ़ा का कहना है कि रिजर्व बैंक की ओर से रेपो रेट में की गई यह कटौती आरबीआई द्वारा अपनी एमपीसी नीति के तहत पिछले 4-5 महीनों में उठाए गए विभिन्न उपायों की दिशा में उठाया गया कदम है। इससे देश के बैंकिंग सिस्‍टम नकदी (लिक्विडिटी) प्रवाह बढ़ेगा। ब्‍याज दर में कटौती एक स्वागत योग्य कदम है, जो पिछले तीन वर्षों में बैंकिंग सेक्‍टर में अनुभव की गई उच्च-ब्याज दर व्यवस्था को कम करने में मदद करेगा। हालांकि इस दर में कटौती का लाभ ग्राहकों तक पहुंचने पर नज़र रखने की आवश्यकता है, क्योंकि बैंक उच्च उधारी और परिचालन लागत के कारण सभी ग्राहक वर्गों को लाभ देने के लिए दबाव में हैं।


अश्विनी धनवत
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस के कार्यकारी निदेशक और मुख्य निवेश अधिकारी अश्विनी धनवत का कहना है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो दर को 25 आधार अंकों से घटाकर 6% करने और एक उदार रुख अपनाने का निर्णय, बढ़ते वैश्विक टैरिफ युद्ध के बीच आर्थिक विकास को समर्थन देने के लिए एक रणनीतिक धुरी को दर्शाता है। यह नीतिगत बदलाव, तत्काल प्रभाव से, एसडीएफ दर को 5.75% और एमएसएफ दर को 6.25% पर समायोजित करता है, जिसका उद्देश्य घरेलू निवेश और खपत को प्रोत्साहित करना है। वित्त वर्ष 26 में जीडीपी वृद्धि 6.5% और सीपीआई मुद्रास्फीति 4% पर अनुमानित होने के साथ, आरबीआई एक प्रबंधनीय संतुलन की उम्मीद है। साथ ही रीयल एस्‍टेट और इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर सेक्‍टर में लचीलापन बढ़ेगा और बाजार की धारणा सकारात्मक बनेगी।


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