- क्षा मंत्रालय ने कहा तकनीकी खामी के चलते हुई घटना, दिया उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में भारत की मिसाइल गिरने के मामले में रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने एक बयान जारी कर स्थिति को स्पष्ट किया है.
रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा है कि 9 मार्च को नियमित रख-रखाव के समय तकनीकी खराबी के कारण मिसाइल की आकस्मिक फायरिंग हो गई थी.
मंत्रालय के मुताबिक जो मिसाइल तकनीकी खराबी की वजह से फायर हुई थी वह पाकिस्तान के इलाके मे गिरी थी. यह घटना बेहद खेदजनक है. राहत की बात यह है कि इसमें किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है.
मंत्रालय ने कहा कि भारत सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है और इस पर एक उच्च स्तरीय कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया गया है.
बता दें कि पाकिस्तान ने गुरुवार को दावा किया था कि भारत की तरफ से एक मिसाइल (Missile Firing) दागी गई जो कि उसके पंजाब प्रांत में गिरी.
जानकारी के अनुसार तकनीकी खराबी के कारण आकस्मिक फायरिंग की वजह से जो मिसाइल पाकिस्तान में गिरी थी वह इलाका मिया चुन्नू कहलाता है.
इसको लेकर पाकिस्तान ने भारत के दूतावास प्रभारी को समन कर इस पर कड़ा विरोध भी जताया था. इस पर पाकिस्तान की तरफ से पारदर्शी जांच की मांग की गई थी.
भारत पर आरोप लगाते हुए पाकिस्तान ने कहा था कि बिना उकसावे के भारत की ओर से एक सुपरसोनिक मिसाइल दागी गई.
भारत की यह मिसाइल पाकिस्तान सीमा से करीब 124 किमी अंदर गिरी. इस मिसाइल को पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम ने ट्रेस किया था. पाकिस्तान ने कहा था कि यह मिसाइल हरियाणा के सिरसा से दागी गई थी.
बताया जा रहा है कि यह इलाका आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के घर से महज 160 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है.
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