NASVI की बैठक में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए शहरों में नए वेंडिंग जोन बनाने की मांग



नेशनल एसोससएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ  इंडिया (NASVI) ने लखनऊ के प्रेस क्लब में अपने उत्तर प्रदेश नेटवर्क की बैठक की। बैठक का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के शहरी विकास विभाग की सहायक निदेशक सविता शुक्‍ला,   NASVI के राष्ट्रीय समन्वयक अरववंद ससंह,, NASVI के उपाध्यक्ष गोववंद प्रसाद  ने किया। 

राज्यभर से आए स्ट्रीट वेंडर नेताओं ने बैठक मेंअपनी समस्‍याओं को साझा किया।


बैठक में मुख्य रूप से उचित वेंडिंग जोन की कमी, स्‍थानीय अधिकारियों द्वारा उत्पीड़न, बुनियादी

सेवाओं की कमी और शहरी योजना में स्ट्रीट वेंडर्स के बेहतर समावेश की आवश्यकता पर चर्चा

की गई।


सविता शुक्‍ला ने कहा, "उत्तर प्रदेश में 9 लाख 49 हजार विक्रेताओं को स्‍ट्रीट वेंडर सार्टिफिकेट मिला है और 13 लाख91 हजार को PMSVAnidi प्राप्त हुआ है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलक्धि है। इसके अलावा उन्होंने

कहा, जिन समस्‍याओं का सामना स्ट्रीट वेंडर्स को करना पड़ रहा है, व‍ह विभाग को ज्ञात नहीं

हैं और हम इस र्दशा में प्रयास करेंगे। हम स्ट्रीट वेंडर्स के सलए वेंडिंग जोन बनाने पर काम करेंगे और

सारनाथ मॉडल का SOP भी बनाएंगे। हमारे स्ट्रीट वेंडर्स डिजिटल रूप से सक्रिक हो गए हैं और स्‍वच्‍छ

भारत मिशन  का पालन करते हुए बाजारों को स्‍वच्छ रखते हैं, वे आत्मनिर्भर बन गए हैं।'"


NASVI के राष्ट्रीय समन्वयक श्री अरववंद ससंह ने कहा, "यह बैठक अनुभवों को साझा करने,चुनौतियों की पहचान करनेऔर सामूहिक कार्यवाही पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करती है, ताताकि स्ट्रीट वेंडर्स

एक्ट अपने असली उद्देश्य को पूरा कर सकें। हमारे शहरों में स्ट्रीट वेंडर्स का सशक्‍तीकरण और

समावेश हो सके। हम मांग करते हैं कि स्ट्रीट वेंडर्स के जिए वेंडिंग जोन बनाए जाएं और विक्रेताओं निरंतर जब्‍ती को रोका जाए। NASVI ने एक ऐप 'स्ट्रीट साथी' भी तैयार करवाया है, जो स्ट्रीट वेंडर्स की मदद करेगा।"


हाल ही में हुई बैठक में सड़क विक्रेताओं द्वारा सामना की जा रही प्रमखु समथ्‍याओं पर चर्चा की गई।

इनमें लखनऊ, गाजियाबाद, मुरादाबाद और एटा जैसे शहरों में वेंडिंग जोन की कमी, विस्‍थापन और शोषण

की समस्‍याएं सामने आई हैं, जबकि प्रयाग राज में 2017 के बाद से नया टीवीसी नहीं बना है, और कई वेंडिंग जोन

या तो अविकसित हैं या दलालों के कब्‍जे में हैं। इसके अनतररक्त, मेरठ, आगरा और मथुरा में तीन साल से अचिक समय से साप्ताहिक बाजारों पर प्रतिबंध लगा हुआ है, जिससे स्‍ट्रीट वेंडर्स के पास आजीववका का साधन नहीं है। 


NASVI की उत्तर प्रदेश नेटवर्क की बैठक राज्य भर के सड़क विक्रे ताओं के अधिकारों और गरिमा के लिए 

एक महत्वपूर्ण कदम साकित हुई है।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ