अपने अहंकारी स्वभाव, झूठ बोलने और बदजुबानी के लिए दुनिया भर में कुख्यात नरेंद्र मोदी को आज देश की राष्ट्रपति के साथ उनके अशिष्ट व्यवहार के लिए सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया। इस घटना को पीएम मोदी की दलित विरोधी मानसिकता का प्रमाण भी बताया जा रहा है।
रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Droupadi Murmu) ने भाजपा के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को उनके आवास पर जाकर भारत रत्न प्रदान किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी उपपस्थित थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु आडवाणी ने भारत रत्न प्रदान किया। अस्वस्थ्ता के चलते खड़े होने में असमर्थ आडवाणी को कुर्सी पर बैठे-बैठे ही भारतरत्न राष्ट्रपति के हाथों प्रदान किया गया, जिसे उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू का अभिवादन करते हुए स्वीकार किया। इस दौरान प्रधानमंत्री बाजू वाली कुर्सी पर ठाठ से बैठे रहे। देश की राष्ट्रपति के खड़े होने के बावजूद पीएम मोदी ने खड़े होने की जहमत नहीं उठाई।
इसको लेकर सोशल मीडिया पर मोदी लोगों के निशाने पर आ गए । फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम और X पर लोगों ने मोदी को उनकी इस अशिष्टता के लिए जमकर ट्रोल किया। लोगों ने प्रधानमंत्री के इस व्यवहार को राष्ट्रपति के पद की गरिमा ठेस पहुंचाना बताया। लोगों का कहना है कि अगर देश की राष्ट्रपति खड़ी हुई हैं, तो शिष्टाचार के नाते प्रधानमंत्री मोदी को भी खड़े होकर उन्हें सम्मान देना चाहिए था, पर वह आराम से कुर्सी पर बैठे रहे।
लोगों ने इसे लेकर तरह तरह के कमेंट और तीखी टिप्पणियां की हैं। किसी ने कहा कि कोई भी शिक्षित व्यक्ति ऐसा व्यवहार नहीं कर सकता, जैसा कि आज पीएम मोदी ने दलित वर्ग से आई राष्ट्रपति मुर्मू के साथ किया है।
कई लोगों ने इसे लेकर नरेंद्र मोदी के संस्कारों पर सवाल उठाए साथ ही उनकी डिग्री फर्जी होने का विवाद भी एक बार फिर से चर्चा में आ गया। सोशल मीडिया के साथ ही राजनीतिक गलियारों में भी पीएम मोदी के इस अशोभनीय व्यवहार की चर्चा हुई।
दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली में बोलते हुए बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने भाषण में मोदी के इस अनुचित व्यवहार की चर्चा की।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मोदी के आचरण की आलोचना करते हुए X पर पोस्ट कर कहा कि ''देश की प्रथम नागरिक मतलब महामहिम ‘राष्ट्रपति’ जी का मान-सम्मान सर्व प्रथम और सर्वोपरि होना चाहिए।''
एमपी के युवा कांग्रेस अध्यक्ष व विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने इस फोटो को अपने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि “कब तक जात-पात से कुर्सी को नापा जायेगा ?? पद की कोई गरिमा नहीं ! क्या अपमानीत करने के लिए पद पर बिठाया जाता है आदिवासियों को ??” इसके बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया जिसमें लिखा “महामहिम राष्ट्रपति खड़ी हैं, प्रधानमंत्री बैठा हुआ हैं... ये है देश का दुर्भाग्य। शायद वो आदिवासी है इसलिए ??”
Narendra Modi trolled fiercely on social media for indecent behavior with the President

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